बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है। थाना रोहनिया पुलिस और एसटीएफ वाराणसी यूनिट की टीम ने मोहनसराय अंडरपास के पास से 5.4 किलोग्राम अवैध चरस के साथ अंतरराज्यीय तस्कर रामबाबू को गिरफ्तार किया। जब्त किए गए चरस की अनुमानित कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस गिरफ्तारी की जानकारी डीसीपी वरुणा ज़ोन चंद्रकांत मीणा ने शनिवार को दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गिरफ्तार आरोपी रामबाबू वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के उस्मानपुरा इलाके का रहने वाला है। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह अपने पुराने दोस्त और उसके भाई के संपर्क में था, जो नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त हैं। इसी गिरोह के अन्य सदस्य पहले भी सुल्तानपुर में बड़ी मात्रा में चरस के साथ पकड़े जा चुके हैं। पुलिस को संदेह है कि यह एक बड़े ड्रग नेटवर्क का हिस्सा है, जिसकी जांच की जा रही है।
रामबाबू ने बताया कि 22 फरवरी को उसे 20,000 रुपये का लालच देकर दिल्ली ले जाया गया था। वहां से वह अपने साथियों के साथ मनाली (हिमाचल प्रदेश) गया, जहां वे कुछ दिनों तक एक होटल में रुके। 27 फरवरी को उसे चरस की खेप दी गई और बस से दिल्ली भेजा गया। दिल्ली से वाराणसी लौटते समय पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस को शक है कि गिरोह के अन्य सदस्य अब भी सक्रिय हैं और उनकी तलाश जारी है।
एसटीएफ और रोहनिया थाना पुलिस को खास मुखबिर से सूचना मिली थी कि वाराणसी के चौक इलाके के दो भाई नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त हैं। इसी जानकारी के आधार पर ऑपरेशन 'चक्रव्यूह' के तहत पुलिस ने मोहनसराय अंडरपास पर घेराबंदी की और रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब उसके साथियों की तलाश में जुटी है और पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने की कोशिश कर रही है।